Sunday, 5 April 2020

दुबई में फंसे सचिन जे. जोशी करेंगे भारत में जरूरतमंद लोगों की मदद


बिग ब्रदर फाउंडेशन के माध्यम से  ३ करोड़ रुपये का खाद्यपदार्थ वितरित करेंगे।

२१ दिन के लॉकडाउन के मद्देनजर अभिनेता-उद्यमी सचिन जे. जोशी ने सरकारी कर्मचारियों और मानवता की सेवा के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं का समर्थन करने का वादा किया। बिग ब्रदर फाउंडेशन के साथ अपने पसंदीदा प्रोजेक्ट के हिस्से के रूप में, सचिन ने सक्रिय पुलिस कर्मियों और नगरपालिका कर्मियों को गर्म पौष्टिक भोजन प्रदान करने का फैसला किया।

“शहर पर  लगातार निगरानी रखने वाली पुलिस, अस्पताल के डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिक्स, नगर निगम के कर्मचारी समय पर जीवनावश्यक चीजे और २४ घंटे पानी की आपूर्ति होनी चाहिये, यह सुनिश्चित करते हैं। ट्रैफिक पुलिस  अन्य बलों के साथ सुनिश्चित कर रही है कि सभी बंदोबस्त का सख्ती से पालन किया जाए।", सचिन जे. जोशी ने कहा।

बिग ब्रदर संस्था टीम के एक सदस्य ने स्पष्ट किया, "जिला कार्यालय या पुलिस उन्हें उस क्षेत्र के बारे में एक घंटे पहले और उसी दिन जानकारी देती है जहाँ भोजन की आवश्यकता  होती है, और हम आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। "

भारत में तालाबंदी के बाद से सचिन जे जोशी दुबई में फंसे हुए हैं। जोशी ने वहां से संगठन के कामकाज का समन्वय किया है। इस बारे में उन्होंने कहा, "भारत में प्रबंधकों की मेरी टीम मेरे निर्देशों के अनुसार काम कर रही है। मेरे कारखाने के कर्मचारी होटल के शेफ को सभी आवश्यक तैयारियों में सहायता कर रहे हैं। वे सभी आवश्यक सुरक्षा उपायों से इससे पूर्ण कर रहे हैं। हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं। खासकर उन लोगों के लिए जो इन दिनों भूख से जूझ रहे हैं और वाहतुक बंद होने के कारण उनके पास घर लौटने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। दुर्भाग्यवश, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात और एनसीआर-दिल्ली के छोटे शहरों और गांवों के लिए आवश्यक राशन प्राप्त करना असंभव है। हम उनकी मदद भी कर रहे हैं। "


सचिन जे जोशी की पत्नी उर्वशी शर्मा, जो घर से ही इस कार्यपर देखरेख कर रही है, उन्होंने कहा, "मैं भारत में हूं और इन सभी कार्य पर  हर मदद के लिए दैनिक संपर्क में हूं। मेरे पति और हमारी पूरी टीम पूरी कोशिश कर रही है कि हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें! इस प्रकार के परीक्षण के दौरान इंसानियत और संवेदनशील होना बेहद जरुरी है। हमें आने वाली पीढ़ियों के लिए एक उदाहरण स्थापित करने की आवश्यकता है।"

साल २०१२ में लाभ की योजना के लिए नहीं बल्कि 'बिग ब्रदर' संस्था एक सामाजिक दूरदर्शी रखने वाले  सचिन जोशी ने  ग्रामीण क्षेत्रों में वंचित महिलाओं और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए शुरू की गई थी और आज बिग ब्रदर फाउंडेशन की टीम ने एलबीएस, कांजूर मार्ग, पवई हिरानंदानी, भांडुप और अन्य स्थानों में सामाजिक कार्य पुरा किया। लॉकडाउन ख़त्म होने तक यह कार्य करना इस संस्था का विचार है। पूरे मिशन की अनुमानित कुल लागत ३ करोड़ रुपये है। सचिन जे जोशी ने कहा, "हमारी योजना है की यह मिशन पुरे २१ दिन के लॉकडाउन अवधि के भीतर चलता रहे। इस समय जब लोग दान की अहमियत देते वक्त, मैं अपने हाथों से मदद करना चाहता हूं। ”ऐसे बिग ब्रदर फाउंडेशन और सचिन जे. जोशी को और अधिक शक्ति प्राप्त करें!

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